Saturday, September 29, 2018

जानिए भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री ‘Indira Gandhi’ से जुड़े 10 रोचक तथ्य....

भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बात करें तो इंदिरा गांधी ना सिर्फ भारतीय राजनीति में छाई रही बल्कि विश्व राजनीति के शिखर पर भी रही। वह लोगों के बीच अपना एक अलग प्रभाव छोड़ गई। नेहरू खानदान में जन्मी इंदिरा गांधी पंडित जवाहरलाल नेहरु की इकलौती पुत्री थी। आज भी लोगों के बीच इंदिरा गांधी अपनी प्रतिभा और राजनीतिक दृढ़ता की वजह से ही जानी जाती है। आज हम आपको देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बताने वाले हैं।

संपन्न परिवार में जन्म

19 नवंबर 1917 को उत्तर प्रदेश के एक संपन्न परिवार में जन्मी इंदिरा गांधी का पूरा नाम इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी बताया जाता है।

भारत के प्रथम प्रधानमंत्री की बेटी

इंदिरा गांधी के पिता की बात करें तो उनके पिता जवाहरलाल नेहरू स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। वहीं उनकी माता का नाम कमला नेहरू था।

फ़िरोज़ गांधी के साथ शादी

फिरोज गांधी के साथ शादी के बंधन में बनने के बाद इंदिरा गांधी ने 2 बच्चों को जन्म दिया। उनमें से एक का नाम राजीव गांधी और दूसरी का नाम संजय गांधी था।

शांतिनिकेतन में प्रारंभिक शिक्षा

अपनी स्कूली पढ़ाई को पूरा करने के बाद इंदिरा गांधी ने शांतिनिकेतन में रवींद्रनाथ टैगोर के द्वारा निर्मित विश्व भारती विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया। इसी विश्वविद्यालय से उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई पूरी की।

ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट

विश्व भारती विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई को पूरा कर लेने के बाद इंदिरा गांधी आगे की पढ़ाई को पूरा करने के मकसद से यूरोप चली गई। यूरोप जाने के बाद उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से पूरी की।

स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल
अपनी पढ़ाई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पूरा करने के बाद वर्ष 1941 में इंदिरा गांधी एक बार फिर से वापस आ गई। वापस आने के साथ ही वह भारतीय स्वतंत्रता Andolan में शामिल हो गयी। इस आंदोलन में शामिल होने की वजह से इंदिरा गांधी को वर्ष 1942 में जेल भी जाना पड़ा था।

15 साल का कार्यकाल

अपनी पढ़ाई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पूरा करने के बाद वर्ष 1941 में इंदिरा गांधी एक बार फिर से वापस आ गई। वापस आने के साथ ही वह भारतीय स्वतंत्रता Andolan में शामिल हो गयी। इस आंदोलन में शामिल होने की वजह से इंदिरा गांधी को वर्ष 1942 में जेल भी जाना पड़ा था।

15 साल का कार्यकाल
भारत की एकमात्र प्रधानमंत्री होने का रुतबा हासिल करने वाली इंदिरा गांधी ने वर्ष 1975 से लेकर 1970 तक देश के कई राज्यों में आपातकाल की घोषणा की थी। 2 साल तक चले इस आपातकाल की बात करें तो उनके द्वारा लगाया गया यह आपातकाल अब तक की हिस्ट्री का सबसे लंबे वक्त का आपातकाल था।

21 अक्टूबर 1984 को हत्या

21 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की हत्या उनके ही अंगरक्षकों के द्वारा कर दी गई। उनकी हत्या किए जाने के बाद उन्हें लोगों के द्वारा लौह महिला के नाम से संबोधित किया जाने लगा।

भारत रत्न से सम्मानित

उनके उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए उन्हें भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। आपको बता दें कि वर्ष 1971 में उन्हें भारत रत्न प्रदान किया गया था। भारत रत्न जैसे सम्मान को पाने वाली वह पहली प्रधानमंत्री थी।

राजनीती के ऊपर उनका प्रभाव

सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर मैं अपनी राजनीति की वजह से जाने वाली इंदिरा गांधी विश्व राजनीति के क्षितिज पर भी अपनी एक अलग प्रभाव छोड़ गई। उनकी प्रतिभा और राजनीतिक दृढ़ता के लिए इतिहास में उनका नाम हमेशा लोगों के द्वारा याद किया जाएगा।

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