भारत की स्वतंत्रा में तो सब महात्मा गांधी और नेहरू जी का नाम लेते हैं लेकिन कुछ लोग ही जानते हैं आजादी मिलने के पीछे भगत सिंह जी का कितना बड़ा हाथ था | क्रांति का दूसरा नाम ही भगत सिंह था | यह महज 23 साल की उम्र में ही हंसते हंसते फांसी को गले लगा लिए | भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर 1907 में हुआ था | इनके चाचा और इनके पिताजी दोनों ही तब भारत की आजादी के लिए सहयोग दे रहे थे | इसी कारण भगत सिंह भी बचपन से ही अंग्रेजों से नफरत करने लगे थे |
भगत सिंह जी 1920 में अपनी पढ़ाई छोड़ कर महात्मा गांधी द्वारा चलाए जा रहे अहिंसा आंदोलन में भाग लेने लगे | तो चलिए जानते हैं भगत सिंह से जुड़े 10 रोचक तथ्य जिस से आप सभी अनजान है
भगत सिंह रोज सुबह उठकर अपने पिताजी के साथ खेत जाया करते थे उसी दौरान उन्होंने अपने पिताजी से एक सवाल किया जैसे हम अन्न को खेत में उगा कर खा रहे हैं वैसे ही क्या हम बंदूक को भी खेतों में उगा सकते हैं
भगत सिंह महज 12 साल की उम्र में ही क्रांतिकारी बन गए |
इनकी उम्र के सभी बच्चे कॉलेज पढ़ने जाते थे लेकिन भगत सिंह जी कॉलेज में जाकर “नेशनल यूथ ऑर्गेनाइजेशन” की स्थापना की थी |
भगत सिंह जी हमेशा शादी से दूर रहे और सभी को यही कहते थे अब तो मेरी दुल्हन भारत की “आजादी” है यह भी कहा जाता है जब लड़की वाले देखने आए थे तब यह घर छोड़ कर भाग गए थे
आजादी के दौरान महात्मा गांधी बोले कि वह बिना किसी बंदूक के अंग्रेजों से लड़ेंगे लेकिन भगत सिंह का यह मानना था बिना बंदूक के हमें आजादी नहीं मिल सकती |
हमारी सरकार आज भी भगत सिंह को शहीद नहीं मानती लेकिन हर हिंदुस्तानी के दिल में भगत सिंह बसते हैं
अंग्रेज जब भारत पर राज कर रहे थे तब “इंकलाब जिंदाबाद” का नारा भगत सिंह ने ही दिया था
भगत सिंह को जब फांसी पर चढ़ा कर आखिरी इच्छा पूछा गया तो उन्होंने बोला मुझे गोली मारकर हत्या दी जाए लेकिन अंग्रेजों ने नजरअंदाज कर उन्हें फांसी पर चढ़ा दिया |
भगत सिंह के फांसी की खबर की वजह से पूरे देश में हाहाकार मच गई थी इसी कारण इन्हें 1 घंटे पहले ही फांसी दे दिया गया लेकिन अगर महात्मा गांधी चाहते तो इनकी फांसी रुकवा सकते थे
भगत सिंह जी के जूते घड़ी कपड़े आज भी सुरक्षित हैं |
फांसी देने के बाद हर इंसान की चिता एक बार जलाई जाती है लेकिन भगत सिंह की चिता दो बार जलाई गई थी |
#अक्षय कुमार के कुछ रोचक तथ्य । जो आप शायद ही जानते होंगे
देखे विडियो









No comments:
Post a Comment