Tuesday, October 30, 2018

यह 5 कारणों के कारण होगा पृथ्वी का अंत देख काप उठेंगे आप , जरूर जाने,


पृथ्वी हमारे सौरमंडल का तीसरा और केवल ऐसा ग्रह जिस पर जीवन संभव है पृथ्वी की संरचना लगभग 430सौ करोड़ साल पहले हुई थी पर पृथ्वी का अंत कब होगा और कैसे होगा इसका सही-सही अनुमान अभी तक कोई नहीं लगा पाया है  हम बात करने वाले हैं ऐसी थेओरिस की जो कि हमें बताएंगे कि पृथ्वी पर जीवन का अंत किस तरह से हो सकता है यह थेओरिस 100% सच नहीं है फिर भी यह हमें झलक दे सकती हैं पृथ्वी का अंत किस तरह से हो सकता हैं

शुद्रग्रह से टकराव


शुद्रग्रह शत्रु ग्रह यानि  एस्टेरॉइड पहले हम जानेंगे कि शुद्र ग्रह क्या होता है और यह ब्रह्मांड में कहां पर है शुद्र ग्रह एस्टेरॉइड वह पत्थर है जो कि ब्रह्मांड में घूम रहे हैं और जो कि हमारे सौरमंडल के ग्रहों की भांति सूर्य की परिक्रमा करते हैं वैसे तो यह पूरे ब्रह्मांड में है पर दोस्तों हमारे सौरमंडल में यह मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच में एस्टेरोइड बेल्ट में पाए जाते हैं और जिस में करोड़ों एस्टेरॉइड है तो सूर्य की परिक्रमा कर रहे हैं ऐसा ही एक एस्टेरोइड अपोफिस जो कि माना जा रहा था कि धरती से 2036 में टकराएगा और जो कि 300 मीटर चौड़ा था यूं तो इसका आकर काफी छोटा था पर यह अगर तेजी से टकराता तो इतनी ऊर्जा पैदा होती है जो कि आइटम बम से लगभग 100000 गुना ज्यादा होती है और जो की धरती पर जीवन को नष्ट करने के लिए काफी थी लेकिन हमारे वैज्ञानिकों का अनुमान उसके समय को लेकर गलत निकला और वह साल 2013 में पृथ्वी के पास से निकल गया आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि एक एस्टेरोइड जिसका डायमीटर 20 से 80 किलोमीटर का हो और वह धरती से टकराए तो धरती पर पूरे जीवन को नष्ट कर सकता है और सबसे बड़ा एस्टेरोइड जो एस्टेरोइड बेल्ट में घूम रहा हैं  उसका डीएमटीर व्यास लगभग 525 किलोमीटर का है

ज्वालामुखी का फटना

ज्वालामुखी के फटने ने धरती पर जीवन को बहुत बार अस्त व्यस्त किया है और काफी भारी भरकम नुकसान पहुंचाया है माउंट तंबोरा ज्वालामुखी जो कि इंडोनेशिया में स्थित है उसने 1816 में अप्रैल के महीने में बहुत भारी तबाही मचाई और उसमें लगभग 92000 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा और इसके फटने से ज्वालामुखी की लंबाई 13000 फ़ीट से घटकर 9000 फ़ीट होगी थी  और ज्वालामुखी का अक्सर इस वही 92078 नहीं रहा इसके फटने से आसमान में रह गई गैसों के कारण वातावरण में तापमान कम रह गया और जिस से फसलें नष्ट हो गई और जो की और एक साथ लोगों की मौत का कारण बनी दोस्तों ने तबाही केवल एक सामान्य ज्वालामुखी की वजह से हुई थी सोचिए अगर नॉर्मल ज्वालामुखी की जगह सुपर वोल्केनो फट जाए तो  बहुत भारी तबाही होगी

नस्ट होते सितारे

यु तो रात में टीम टिमाते हुए सितारे बहुत सुन्दर लगते हैं पर यह भी ढाती पर जीवन को नष्ट करने का कारण बन सकते हैं जब दो नष्ट होते हुए सितारे आपस में मिलने लगते हैं तो वह गामा किरणों का एक सुपरनोवा बनाते हैं और जो कि इतनी शक्तिशाली और चमकदार होती है कि हमारी धरती को कुछ पलों में ही नष्ट कर सकती है हमारी धरती ही नहीं अपने दायरे में आने वाली हर चीज को चाँद सेकंड में नष्ट कर देती है ववैसे ब्रह्माण्ड में यह प्रक्रिया होती रहती है पर यह प्रक्रिया धरती से बहुत दूर होती है इसलिए हमारी धरती और सौर मंडल पर उसका असर नहीं पड़ता इन दो नष्ट होती सितारों के मिलने से इतनी गमा किरणे निकलती है की इनकी ऊर्जा हमारे सूरज से लगबघ एक करोड़ गुना ज्यादा होती है और अगर यह प्रक्रिया धरती से 1000 प्रकाश वर्ष की दूरी पर हो तो धरती इसकी रोशनी से एक पल में नस्ट हो जाएगी और जीवन के साथ , पृथ्वी भी नष्ट हो जाएगी एक प्रकाशवर्ष या लाइटईयर का मतलब यह होता है कि जितनी दूसरी में प्रकाश लाइट 1 साल में पूरी करता है उसे प्रकाशवर्ष कहते हैं

बिग क्रंच थ्योरी

जैसा कि हम सब जानते हैं कि हमारा ब्रह्मांड लगातार फैलता जा रहा है और यह फैसला कब बंद होगा इसका अंदाज़ा किसी को नहीं है पर अगर हम बिग क्रंच थ्योरी के अनुसार चले तो इस थ्योरी का मानना है कि एक समय ऐसा आएगा जब ब्रह्मांड का फैलना बंद हो जाएगा और उस पॉइंट पर गुरुत्वाकर्षण के कारण पूरा ब्रह्मांड सिकुड़ने लगेगा और सिकुड़ते हुए छोटी सी बिंदु में समा जाएगा और पृथ्वी के साथ साथ पूरा ब्रह्माण्ड नष्ट हो जाएगा इस क्रिया को होने में अभी बहुत लंबा समय लगेगा इस समय का हमें अंदाजा भी नहीं है और जब समय आएगा तो यह प्रक्रिया भी इतनी जल्दी होगी इससे बचा नहीं जा सकेगा और संसार खत्म होने के बाद एक नई दुनिया शुरू होगी और ब्रह्माण्ड की यह बनने नष्ट होने की प्रक्रिया हमेशा ऐसे ही चलती रहेगी और पर दोस्तों इस थ्योरी के विपरीत एक और थ्योरी भी जानी जाती है जिसे की हीतडत के नाम से जाना जाता है इस थ्योरी के अनुसार हमारा ब्रह्मांड कभी भी फैलना बंद नहीं होगा और यह इतना फैल जाएगा कि सारे ,ग्रह, सितारे, सूर्य ,आकाश और गंगा एक दूसरे से बहुत दूर चले जाएंगे और अगर ऐसा हुआ तो हमारी पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं हो पाएगा क्योंकि सितारों और सूरज के दूर जाने की वजह से हमारी पृथ्वी और हमें पर्याप्त गर्मी या नई ऊर्जा नहीं मिल पाएगी और जीवन का अंत हो जाएगा

सूर्य पर होने वाले फिस्फोट

सूर्य पर हमेशा अलग-अलग तरह के विस्फोट होते रहते हैं और उसमें से एक है सोलर फ्लेयर यह ऐसे चुंबकीय विस्फोट हैं जिनके कारण  सभी एटॉमिक पार्टिकल्स धरती पर आजाते हैं और जो हमारे कम्युनिकेशन सिस्टम को बंद कर सकते हैं और हमारे ग्रह की सारी बिजली और टेक्नोलॉजी ठप कर सकते हैं यह सारा काम इन बिस्फोटक से निकले अट्मॉस पार्टिकल्स करते हैं जो कि सूर्य से निकलकर पृथ्वी की तरफ लगभग 64 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आते हैं तो यह हमेशा सूरज से निकलते रहते हैं पर हमारी धरती का चुंबकीय क्षेत्र हमे इनसे बचाता आया है पर अगर कोई सोलर फ्लेयर ज्यादा शक्तिशाली का हुआ तो वो पृथ्वी पर भारी तबाही मचा सकता है वो हमारे पूरे कम्युनिकेशन सिस्टम को बंद कर सकता है और हमारे टेक्नोलॉजी को ठप कर सकता है जिसके कारण हमारे गृह पर हमेशा के लिए अँधेरा छा जाएगा और हमारा गृह धीरे-धीरे मौत की आगोश में चले जाएगा

यह है मंगल ग्रह की 5 सबसे रहस्यमयी तस्वीरें , जिसे देख कर पूरी दुनिया हैरान रह गई..


मंगल ग्रह की 5 सबसे रहस्यमयी तस्वीरें

एक अनोखी रौशनी


अप्रैल 3 2014 में नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने मार्स गृह पर एक अनोखी रोशनी को कैद की जो काफी तेज थी यह तस्वीर को किरियोसिटी ने ली थी |  यह रोशनी कहां से आई और कहां चली गई आज तक किसी को भी पता नहीं चला वहीं दूसरी तरफ नासा इस रोशनी के बारे में कहते हैं की यह एक कॉस्मिक रेस हो सकती है जो स्पेस से उस समय रोवर लेंस से टकराई होगी , नासा के द्वारा यह भी कहा गया कि यह शायद सूरज की किरणों की वजह से हुई हो मगर इस रोशनी के बारे में एक और अनोखी बात यह थी की रोवर के पास दो कैमरे थी एक राइट में और एक लेफ्ट में और यह रोशनी की तस्वीर बस राइट कैमरे ही खींच पाई जब लेफ्ट कैमरे से तस्वीर खींचने की कोशिश की गई तब यह रोशनी कैद नहीं हो पाई |

बड़े बड़े गड्ढे


कई सालों से इसका उत्तर खोजा जा रहा है क्या हम मनुष्य मार्स में रह सकते हैं ?
1965 से अभी तक हम मार्स के बारे में कई सारी जानकारी इकट्ठे कर चुके हैं लेकिन हर वक्त मार्स में से कुछ अनोखी तस्वीरें आती रहती हैं जो कि सभी को चौंका देती हैं जैसे यह बड़े-बड़े गड्ढे यह साल 2007 में पाया गया था उस गड्ढे के अंदर क्या है आज तक यह रहस्य बानी हुई हैं माना जाता है कि यह गड्ढे इस ग्रह पर ज्वालामुखी के कारण बने होंगे लेकिन नासा का यह भी मानना है कि यह गड्ढे मनुष्य के बहुत काम आ सकते हैं आने वाले समय में अगर कोई एस्ट्रोनॉट मार्स में जाता है और उसे रहने के लिए जगह चाहिए तो वह यह गड्ढे में रह सकता है क्योंकि यह गड्ढे की चौड़ाई 500 फीट है |

अजीब आकर के पत्थर


यह तस्वीर साल 2009 में नासा के सेटेलाइट द्वारा लिया गया इसकी दूरी लगभग 300 किलोमीटर की हैं यह तस्वीर इंटरनेट पर आते ही यह खबर फैल गई कि मार्स में एलियन रहते हैं यह खबर इसलिए फैली क्योंकि जिस पत्थर की आप तस्वीर देख पा रहे हैं यह एक रैक्टेंगल (RECTANGLE ) के आकार में है और इसकी हाईट लगभग 5 फीट है लेकिन कुछ समय बाद बाद नासा के द्वारा यह कहा गया कि यह पत्थर मार्स के बदलते वातावरण के कारण बना है लेकिन आज भी यह पत्थर रहस्य इसलिए बना हुआ है क्योंकि एक एस्ट्रोनेट जब चांद पर गए थे तब उन्होंने ढेर सारे ऐसे पत्थर देखे थे और उन्होंने नशा को निर्देश देते हुए कहा कि वह इसकी जांच अवश्य करें नासा द्वारा इसे आज भी कुदरत से बने पत्थर में शामिल किया जाता है |

मनुष्य की परछाई

यह फोटो वर्ष 2012 में सामने आई | नासा ने मार्स से जुड़ी ये तस्वीर पूरी दुनिया को दिखाई इस तस्वीर को देखने के बाद लोग अनुमान लगाने लगे कि नासा में मनुष्य पहुंच चुका है क्योंकि आप तस्वीर में देख सकते हैं कैसे दो आदमी की परछाई दिख रही है दूसरी तरफ कई लोगों ने यह भी कहा कि यह कोई मनुष्य नहीं बल्कि एक एलियन है और कुछ लोगों का यह भी मना कि यह तस्वीर धरती पर ही ली गई है और नासा आज तक मार्स पर गया ही नहीं है इस तस्वीर को चिली देश की रेगिस्तान में लिया गया है , लेकिन नासा द्वारा इस तस्वीर को आज भी एक रहस्य मना गया हैं

आदमी के आकर में पत्थर

यह तस्वीर साल 2007 में मार्स पर स्पिरिट रोवर द्वारा खींची गई थी यह तस्वीर सामने आते ही सभी लोग यह मानने लगे कि मार्स में एलियन रहते हैं लेकिन नासा ने उसी समय यह बयान जारी किया कि यह एक पत्थर है जो इंसान के आकार में बदल गया है लेकिन आज भी यह पत्थर एक रहस्य बना हुआ है और लोग इस पर आज भी रिसर्च कर रहे हैं |

Saturday, October 27, 2018

क्या है कश्मीर का सच ? जानिए कश्मीर से जुड़े यह 10 रोचक तथ्य जिससे सभी अनजान है

भारत के 29 राज्य में जम्मू कश्मीर का भी नाम आता है लेकिन ऐसे बहुत सारे रोचक बातें जो कम लोग ही जानते हैं , 1947 में पाकिस्तान से पार्टीशन के बाद जम्मू कश्मीर को लेकर बहुत सारी परेशानियां आई है तो आइए जानते हैं आज ऐसा क्या खास है जम्मू कश्मीर में जो वह भारत के 28 राज्यों से अलग हैआइए जानते हैं जम्मू कश्मीर से जुड़े ऐसे 10 रोचक तथ्य जिससे सभी अनजान है

खुद का झंडा

जम्मू और कश्मीर भारत का एकमात्र ऐसा शहर है जिसका खुद का झंडा है इतना ही नहीं जम्मू कश्मीर का खुद का संविधान भी है जो कि भारत के संविधान से पूरा अलग है इसका मतलब यह है कि जम्मू और कश्मीर में रहने वाले लोग भारत के कानून और नियम को नहीं मानते 1947 में जम्मू कश्मीर को स्वराज्य देश घोषित किया गया था और उसी वक्त खुद का संविधान भी बनाया गया

कश्मीरी पंडित

कश्मीर की वादियों में पहले हिंदू कश्मीरी पंडितों का घर हुआ करता था साल 1990 में सारे कश्मीरी पंडित को उनके घर से जबरदस्ती निकाला गया और कई जगहों पर मार भी दिया गया इस बड़े पैमाने पर आतंक ने लाखों कश्मीरी पंडित को अपना घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया अभी कश्मीर एक मुसलमान राज्य है और जम्मू हिंदू राज्य

आतंक

भारत के राज्यों में में सबसे ज्यादा आतंक का खतरा जम्मू और कश्मीर में रहता है इसीलिए इस शहर में आर्म्ड फोर्स स्पेशल एक्ट 1990 में जारी किया गया था जिसके पश्चात आर्मी या पुलिस किसी को भी बिना वारंट के पकड़ सकते हैं और गोली भी चला सकते हैं बिना किसी रोक ठोक के

जमीन खरीदना

अगर आप जम्मू कश्मीर में नहीं रहते और भारत के किसी अन्य राज्य में रहते हैं तो आप जम्मू-कश्मीर में जाकर जमीन नहीं खरीद सकते हैं इतना ही नहीं जम्मू कश्मीर भारत का इकलौता ऐसा राज्य है जहां सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर्स लागू नहीं होते

तीन देश मिलकर चलाते हैं

पूरे दुनिया में जम्मू-कश्मीर एकमात्र ऐसा शहर है जिसे तीन सरकारें मिलकर चलाती हैं इसका मतलब इस राज्य के हिस्से 3 देशों में बटे हुए हैं जो है भारत पाकिस्तान और चीन यह तीनों देशों के पास न्यूक्लियर हथियार हैं जो कि उधर के हालत को मुश्किल बना देते हैं

एक राज्य में 3 भाषाएं और 3 धर्म

जम्मू और कश्मीर में 3 भाषाएं बोली जाती हैं जम्मू में डोगरी, कश्मीर में कश्मीरी ,और लाडक वाले इलाके में लड़ाकी बोली जाती है सारी भाषाएं एक दूसरे से काफी अलग है , जम्मू में हिंदुत्व मानते हैं कश्मीर में इस्लाम धर्म मानते हैं लडक वाले इलाके में बुद्धिज्म धर्म को महत्व दिया जाता है

जम्मू और कश्मीर की दो राजधानी

जम्मू और कश्मीर की दो राजधानियां है ,गर्मी के मौसम में श्रीनगर और ठंड के मौसम में जम्मू , हर ठंड के मौसम में श्रीनगर जम्मू बन जाता है और गर्मी के मौसम में जम्मू श्रीनगर बन जाता है यह इसलिए होता है क्योंकि श्रीनगर के कई इलाकों में सर्दिया आते ही ठंड बहुत तेजी से बढ़ जाती है और काम रुक जाता है इसको दरबार मूव भी कहते हैं

इंडिया का सबसे बड़ा टनल जम्मू-कश्मीर में है

जम्मू कश्मीर में इंडिया का सबसे बड़ा टनल है चेन्नई नाशरी टनल इस की कुल लंबाई 9 किलोमीटर है और यह कई सारे पहाड़ों को काट कर बनाया गया है इसका उद्घाटन श्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अप्रैल 2017 में किया था

दो सिटीजनशिप

बाकी राज्यों के लोगों को सिर्फ सिंगल सिटीजनशिप मिलती है वही जम्मू और कश्मीर के लोगों को डबल सिटीजनशिप मिलती है हैरानी की बात यह है कि जम्मू और कश्मीर का कोई अगर दूसरे इंडियन स्टेट के आदमी से शादी करे तो अपने स्टेट का सिटीजनशिप खो देता है और वहीं अगर पाकिस्तान के किसी व्यक्ति से शादी करे तो अपना सिटीजनशिप कायम रख सकता है

कश्मीर में होते हैं बहुत सारे उत्पादन

इस सबसे अलग जो जम्मू और कश्मीर का फैक्ट है वह यह है कि जम्मू और कश्मीर बहुत सी चीजों की फसल करता है इनमें से सेव , केसर , बादाम और अखरोट है जम्मू और कश्मीर में विश्व प्रसिद्ध विलो क्रिकेट बैट का भी उत्पादन किया जाता है
   
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Tuesday, October 23, 2018

AMAZING 10. FACTS ABOUT VIRAT KOHLI IN HINDI - विराट कोहली के बारे में10. रोचक तथ्य

 विराट कोहली के आने के बाद ये बात और भी ज्यादा सच लगने लगी है   कि रिकार्ड बनते ही टूटने के लिए हैं.


 1. विराट कोहली का जन्म 5 नवम्बर 1988 को प्रेम कोहली और सरोज कोहली के घर दिल्ली मेन हुआ था | इनके भाई का नाम विकास, बहन का नाम भावना और पत्नी का नाम अनुष्का शर्मा है | कोहली का बचपन दिल्ली के उत्तम नगर इलाके मे बीता और विशाल भारती पब्लिक स्कूल से उन्होने पड़ाई की |



 2. विराट को अक्सर लोग 'चीकू' के नाम से भी बुलाते हैं | यह निकनेम विराट को उनके कोच अजीत चौधरी ने दिया है |


3. विराट कोहली ने अपने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत 1998 में वेस्ट दिल्ली क्रिकेट असोसियशन से जुड़कर की थी | जुलाई 2006 मैं उन्हें अंडर -19 क्रिकेट मे चुन लिया गया और नवम्बर 2006  में उन्होने दिल्ली के तरफ से तमिलनाडू के खिलाफ अपना पहला रणजी मैच खेला |

4. विराट कोहली का यह वाक्या बहुत प्रसिद्ध है की 18 दिसम्बर 2006 को उनके पिता प्रेम कोहली की मौत हो गयी और उनके अगले ही दिन विराट ने कर्नाटक के खिलाफ 90 रनो की शानदार परी खेली |


 5. 2008 के अंडर 19 वर्ल्ड कप में विराट कोहली ने भारतीय टीम की कप्तानी की और एक शानदार तरीके से वर्ल्ड कप जितया | उस समय इनकी टीम में रवीद्र जडेजा भी थे |


6. 2008 के IPL में जब कोहली की पहली बार बोली लगी थी   

7. 2013 से ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका में अपने शतको के कारण उन्हें “वन-डे स्पेशलिस्ट” के नाम से जाना जाता है। इसी साल वे ICC की वन-डे रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर भी पहोचे। उस समय अपने करियर में वे पहली कार वन-डे बैट्समैन की लिस्ट में पहले स्थान पर पहोचे थे।

8. विराट कोहली एक अंतर्राष्ट्रीय भारतीय क्रिकेटर है। वे दाये-हात के बल्लेबाज है और कभी-कभी दाये-हात से बोलिंग भी कर लेते है। वे अभी टेस्ट क्रिकेट की भारतीय टीम के कप्तान और वन-डे क्रिकेट की भारतीय टीम के उप-कप्तान है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में वे रॉयल चैलेंजर बंगलौर के कप्तान है।
9. 2013 में, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने अतुल्य योगदान के लिए उन्हें अर्जुन पुरस्कार दिया गया। स्पोर्ट प्रो, एक UK मैगज़ीन, ने कोहली को 2014 में दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा मार्केटेबल व्यक्ति बताया। कोहली ISL की टीम FC गोवा और IPTL फ्रेंचाईसी UAE रॉयल्स के सह-मालक भी है।

10. राजीवकुमार शर्मा के हातो कोहली ने प्रशिक्षण लिया और सुमित डोगरा अकादमी में मैच भी खेला। 9 वी कक्षा में उन्हें सविएर कान्वेंट में डाला गया ताकि उन्हें क्रिकेट प्रशिक्षण में मदद मिल सके। खेलो के साथ ही कोहली पढाई में भी अच्छे थे, उनके शिक्षक उन्हें, “एक होनहार और बुद्धिमान बच्चा बताते है।”

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Saturday, October 20, 2018

जानिए क्रिकेट की शान वीरेंद्र सहवाग से जुड़ी 10 रोचक बातें..


भारत में बहुत से खेल खेले जाते हैं और उन सभी खेलों के मजे दर्शक बहुत अच्छे से लेते हैं। भारतीय खेलों में सबसे अधिक क्रिकेट को पसंद किया जाता है क्रिकेट के सभी क्रिकेटर लोगों के लिए सेलिब्रिटी की तरह बनते जा रहे हैं। वही बात करें भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग की तो वे बहुत से लोगों के आदर्श बन चुके हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं आपके पसंदीदा खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग से जुड़ी 10 रोचक बातें जो शायद आपने नहीं पढ़ा होगा।

1- जन्म और निजी जीवन

विश्व क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजो में से एक सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर 1978 को अनाज व्यापारी के घर में नयी दिल्ली में हुआ था। उन्होंने अपना बचपन में संयुक्त परिवार में अपने भाई-बहन, अंकल, आंटी और 16 भाइयो के साथ बिताया। उनका परिवार हरियाणा से है और बाद में वे दिल्ली चले गये थे।

2- क्रिकेट में अपने करियर को बनाने में करनी पड़ी बहुत मशक्त

क्रिकेट की ट्रेनिंग लेते दौरान की गई क्रिकेट खेल रहे थे तो उस दौरान सहवाग का एक दांत टूट गया जिसके बाद उनके पिता ने उन्हें क्रिकेट से दूर रखने की कोशिश की और क्रिकेट ना खेलने की घोषणा की। लेकिन बाद में सहवाग के क्रिकेट प्रेम को देखते हुए उनकी मां ने और कोशिश की और दोबारा से सहवाग को क्रिकेट खेलने की अनुमति दिलाई। 2008 में उन्होंने अपना पहला क्रिकेट टेस्ट खेला जिसमें उन्होंने नाबाद पारी खेलकर बहुत से फैंस अपनी और कर लिए थे।

3- सहवाग का ना भूलने वाला ओवर

सहवाग ने हमेशा ही बेहतरीन पारी खेलकर नए रिकॉर्ड बनाए हैं लेकिन उनका एक ना भूलने वाला ओवर उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान दिया था जिसमें उन्होंने लगातार एक ओवर में बेहतरीन 4,4,6,4,4,4 रन दिए।

4- जाने जाते है अपने बहतरीन शतकों के लिए

वीरेंद्र सहवाग को वीरू के नाम से भी जाना जाता है। सहवाग ने अपने क्रिकेट करियर में टेस्ट मैचों के दौरान 23 शतक लगाए हैं। टेस्ट मैचों के दौरान सहवाग ने हर बार एक नया इतिहास रचा है उन्होंने एक टेस्ट मैच के दौरान ट्रिपल सेंचुरी मारी है। ट्रिपल सेंचुरी लगाकर वे दुनिया के 4 ट्रिपल सेंचुरी वाले बैट्समैन में गिने जाते हैं।

5- सहवाग के कुल मैच

वीरेंद्र सहवाग ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान 104 टेस्ट मैच और 251 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इसके साथ साथ ही उन्होंने T20 में भी अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया है। T20 में भी उन्होंने कुल 19 मैच खेले हैं जिसमें उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उन्हें जाना जाता है। उन्होंने अपने कैरियर के सभी मैचों के दौरान 17000 से भी अधिक रन जोड़े हैं। उन्होंने अपने 37 वे जन्मदिन पर सभी अंतरराष्ट्रीय वनडे और IPL मैचों से संन्यास लेने का निर्णय लिया है।

6- बल्लेबाजी से दी बड़े बड़े बोलर्स को मात

सहवाग ने अपने परिवार में बड़े-बड़े बॉलर्स को धूल चटा दी है। उन्होंने एक से बढ़कर एक बॉलर्स जो अपनी बॉलिंग से बल्लेबाजों को लोहा मनवाते थे और नाकों चने चबवाते थे ऐसे बोला उसको उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से कड़ी पछाड़ दी।

7- बच्चो के लिए खोली अकादमी

2011 में सहवाग ने हरियाणा के झज्जर में सहवाग इंटरनेशनल स्कूल की शुरुवात की, जो दिल्ली के पश्चिम से 65 किलोमीटर दूर है। इस स्कूल का उद्घाटन उनकी माँ और उनके पिता ने किया था, और उनके माता की ही दिली इच्छा थी की उनका एक इंस्टिट्यूट हो जिसमे बच्चे पढ़े, लिखे और खेले। उनके दुसरे तिहरे शतक के बाद, हरियाणा सरकार ने सहवाग को 23 एकर जमीन देकर एक अकैडमी बनाने का ऑफर भी दिया, जहाँ उन्होंने अकैडमी की जगह स्कूल खोलने की प्रार्थना की थी, ताकि वे अपने पिता के ख्वाब को सच्चाई में परिवर्तित कर सके।

8- शादी

अप्रैल 2004 में सहवाग ने भारत के यूनियन लॉ मिनिस्टर अरुण जेटली की मेजबानी में भारी सुरक्षा में आरती अहलावत से शादी कर ली।

9- बने उपकप्तान

भारत के एक पूर्व बल्लेबाज होने के साथ ही सहवाग ने अक्टूबर 2005 में, कप्तान राहुल द्रविड़ के साथ भारतीय क्रिकेट टीम के उप-कप्तान की भूमिका भी निभाई है। अपने शानदार शतकों के लिए प्रसिद्ध प्रदर्शनकर्ता सहवाग ने, कई मौकों पर अपने देश के लिए आक्रामक पारीयाँ खेली हैं, इसलिए कभी-कभी किसी मैंच में उनका खराब प्रदर्शन होने के बावजूद भी, उन्हें जनवरी 2007 में, एक दिवसीय क्रिकेट टीम में शामिल कर लिया गया था।

10- बने इन टीमो के प्रतिनिधि

वीरेंद्र सहवाग, भारत की प्रमुख टीमों जैसे, एसीसी एशियाई इलेवन, दिल्ली, आईसीसी वर्ल्ड इलेवन, लीसेस्टरशायर और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के ग्यारहवें अध्यक्ष के रुप में प्रतिनिधित्व करते हैं।
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भारत में बहुत से खेल खेले जाते हैं और उन सभी खेलों के मजे दर्शक बहुत अच्छे से लेते हैं। भारतीय खेलों में सबसे अधिक क्रिकेट को पसंद किया जाता है क्रिकेट के सभी क्रिकेटर लोगों के लिए सेलिब्रिटी की तरह बनते जा रहे हैं। वही बात करें भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग की तो वे बहुत से लोगों के आदर्श बन चुके हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं आपके पसंदीदा खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग से जुड़ी 10 रोचक बातें जो शायद आपन

Wednesday, October 17, 2018

यह 18 तस्वीरें दिखाते हैं आधुनिक तकनीक हमारे जीवन को कितनी अजीब दिशा में ले जा रहा | आठवीं तस्वीर तो हैरान कर देगी.

आधुनिक तकनीक के वजह से हम कोई सा भी मुश्किल काम बड़े आराम से कर सकते हैं लेकिन आधुनिक तकनीक के कुछ उपयोग अच्छे भी हैं और कुछ उपयोग बुरे भी हैं | आधुनिक तकनीक की वजह से एक क्लिक से घर में बैठे-बैठे सारे काम हो जाते है चाहे वह पानी का बिल हो या कोई भी काम सब बड़ी आसानी से हो जाता हैं | लेकिन इसी टेक्नोलॉजी के कारण हम अपने परिवार से भी बिछड़ जाते हैं और दोस्तों से भी | क्या लैपटॉप , कंप्यूटर  और मोबाइल हमारे  परिवार और दोस्तों की जगह ले सकते  है | शायद यही अब समय है इसके बारे में सोच विचार करने का वरना काफी देर हो जाएगा आज हम आपको कुछ 18 तस्वीरें दिखाएंगे जो की साबित करती हैं टेक्नोलॉजी के कारण आपकी जिंदगी गलत दिशा में कैसे जा रही हैं  इसके बाद आप सोच सकते हैं आपको टेक्नोलॉजी के तरफ बढ़ना है या अपने परिवार की तरफ |

मोबाइल फ़ोन

क्या मोबाइल फ़ोन हमारी जिंदगी में बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा हैं ? आप सब खुद से सवाल कीजिए मोबाइल फ़ोन दिन में हमारे लिए कितनी मदद करता हैं और हम इसकी वजह से कितने बिछड़ रहे हैं |

दिन से रात तक

आप यह तस्वीर देख कर समझ गए होंगे आज कल लोगो की जिंदगी किस दिशा में जा रही हैं ? सुबह उठने से रात सोने तक हाथ मे मोबाइल जरूर होना चाहिए लोगो के | क्या यह चिंता का विशेष नहीं हैं ?

पसंद करने के लिए जीवन में और बहुत सारी चीज़ हैं

लोग आज कल अपने करीबी को कम पसंद करते हैं और सोशल मीडिया में दिन-रात बैठ कर सब को लाइक करने लगते हैं

क्या हम मोबाइल , सोशल मीडिया से दूर नहीं रह सकते ?

यह सवाल आप सब के लिए हैं | क्या हम सोशल मीडिया और मोबाइल फ़ोन के माध्यम से अपनी जिंदगी बना सकते हैं ? आप इसपर विचार करके हमे जरूर जवाब दे

सब अकेले हो गए

करीबियों से बात तक करने का समय नहीं लेकिन दूर के लोगो से बात करने के लिए बहुत समय हैं ? क्या इसके कारण हम अपने करीबियों से बिछड़ जा रहे हैं ?

क्या हम टेक्नोलॉजी के बिना नहीं रह सकते ?

सभी लोगो को देख कर यही लगता हैं की हमारी पूरी जिंदगी टेक्नोलॉजी के वश में हैं ? क्या हम अपनी जिंदगी खुल कर आनद ले पा रहे हैं ?

दिन भर सोशल मीडिया में इधर से उधर

कुछ लोग के पास इतना काम होता हैं की वो सोशल मीडिया पर नहीं आ पाते | लेकिन कुछ लोग सोशल मीडिया पर इतना व्यस्त रहते हैं की उन्हें खुद का काम करने का समय नहीं मिलता | क्या लोग सही दिशा में जा रहे हैं ?

आप किस रास्ते में हैं ?

उपभोक्ताओं

यह तस्वीर देख कर तो बेहद ही दुःख हुआ होगा ना आप सबको ? लेकिन यही सच्चाई हैं टेक्नोलॉजी का मामला इतना आगे चले गया हैं की स्वास्त्य खाना मिलना भी मुश्किल हो गया हैं सब चीज़ मार्किट में बानी बनाई मिलती हैं

सोशल मीडिया पर अपनी भावनाए दिखाना लेकिन असल जिंदगी में शांत रहना

खुद की राय देना

जब असल जिंदगी में राय देने की बात आती हैं तो दिमाग सोशल मीडिया की तरफ ही रहता है आखिर इतना ध्यान टेक्नोलॉजी  में क्यों ?

सब सुविधा मिलने के कारण खुद के कामो में भी आलस दिखाना

जैसा की हमने पहले भी जिक्र किया था टेक्नोलॉजी इतनी आगे बढ़ गई हैं की हर चीज़ हमे बैठे बैठे मिल जाता हैं लेकिन क्या यह हमारे शरीर के लिए अच्छी बात हैं ? आपकी क्या राय हैं ?

जिंदगी के रास्ते से भटक जाना

खुशियों का खज़ाना

क्या आप अपने आप को पहचान पा रहे हैं ?

जब सभी लोग टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया में ही व्यस्त रहेंगे तो उनकी पहचान कैसे बनेगी वो भी तो  एक आम लोग में ही गिने जाएंगे बाकिओ की तरह

घर में बैठे हुकुम चलाना

आपको यह टेक्नोलॉजी के कारण सब सामान बैठे ही बैठे मिल रही हो लेकिन क्या कभी आप अपने स्वास्त्य के बारे में सोचे हैं ?

घर में ही सब काम करना

बड़े लोगो का समाज आता हैं की वो शॉपिंग बहार नहीं करने जाते घर में ही बैठ कर सब मँगवालेते हैं लेकिन जो आज के बच्चे हैं वो बहार खेलने तक नहीं जाते |  क्या यह वाकई में हैरान करने वाली बात नहीं हैं ?

खाना-पीना-सोना मोबाइल में

यह तस्वीर को देख कर आप कह सकते हैं लोग मृत्यु तक अपने मोबाइल को नहीं छोड़ते इतना लगाव हो गया हैं उन्हें अपने मोबाइल से |
टेक्नोलॉजी के कारण आपकी स्वास्त्य बिगड़ रही , दोस्त और परिवार बिछड़ रहे क्या यह सब चीन का विशेष नहीं हैं ? टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल करने पर कोई रोक नहीं हैं लेकिन कुछ लोग इतने बुरे तरीके से इस्तेमाल करते हैं जिसके कारण उनका स्वास्त्य और उनके करीबी दोनों बिछड़ जाते हैं
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